Wednesday, July 15, 2009

चिट्ठाजगत मैं ब्लॉग जोड़ने का prayas


चिट्ठाजगत अधिकृत कड़ी

stroke

आज एक प्रेजेंटेशन बनाया जो की स्ट्रोक ( मस्तिस्क आघात ) के बारे मैं था । यह तो था चिकित्सक के लिए ,लेकिन पूरे समय यही लगता रहा की कितने लोग हैं जो की नही जानते की यह क्या है?हो भी सकता हो की उन्हें यह हो चुका हो पर पता नही है .कितने लोग ऐसे हैं जो यह जानकारी अगर प्राप्त करें तो उनके लिए बहुत फायदा हो सकता है। अगर मुझे मौका मिलेगा तो मैं जरूर लोगों को अब्ताना चाहूंगी ।
अगर किसी का कोई सवाल हो इस बारे मैं तो मैं बता सकती हूँ.

Tuesday, July 7, 2009

कुछ naya

कल मैंने कुछ नया किया.कल योग सीखा .कुछ आसान से आसन सीखे ताकि शुरुआत मैं कोई दिक्कत नही आए।
बहुत ही अच्छा अनुभव था .इतनी भागती दौड़ती लाइफ में १० मिनट ऐसे बीते जिसमें मेरा ध्यान अपनी साँस पर था और कोशिश कर रही थी की दिमाग में आस पास के कोई विचार नही आयें.थोड़ा मुश्किल तो था पर इतना भी नही की किया नही जा सके। हाँ ,उसके बाद बहुत अच्छा लगा ,जैसे की ब्रेन को कुछ समय के लिए vacation मिल गई हो, और मन भी पूरे दिन प्रसन्न रहा।
क्या आपने भी कुछ किया है नया? अपने अनुभव लिखें ,अच्छा रहेगा.

Saturday, June 7, 2008

तनाव मुक्त जीवन संभव है : देखें कैसे कुछ सच्चे उद्धरण

अमेरिका के नॉर्थ कैरोलाइना राज्य में नयूरोलोजी के विभाग में जिन चिकित्सक के साथ काम करा वह ७५ साल ले हैं.सुबह ७ बजे से शाम तक बिना रुके हुए पूरे मनोयोग के साथ उनको काम करते देख बहुत आश्चर्ये हुआ.क्युकी हमारी टीम जिसमें सभी उनसे कहीं चोटी उमर के लोग शाम तक थक जाते थे .एक दिन शुकर्वर की शाम वह घर जल्दी जाना चाहते थे। पूछा क्यों तो बताया की उन्हें घर पहुँच कर ,फिर एक संगीत समारोह मैं जाना है जहाँ पियानो वादन होगा। मैंने सोचा ,अच्छा लगता हैं इन्हे पियानो सुनना पसंद है.उन्होंने बताया,वह उस समारोह मैं पियानो बजायेंगे .बहुत आश्चर्ये हुआ की इतनी कड़ी मेहनत करके ,मरीजों के साथ इतना समय बिता करइनको कैसे समय मिलता है?
उन्होंने बताया की घर जाकर वह खाना खाकर फिर संगीत वादन करते हैं,संगीत सुनते हैं ,और इस तरह वह अपने मन को शांत करते हैं और हर सुबह कड़ी मेहनत के लिए उजा ग्रहण करते हैं और उनका दिमाग तेज रहता है.

Tuesday, June 3, 2008

सुबह कार चलते समय!!




आज कार चलाते हुए देखा की ज्यादा ट्रैफिक न होते हुए भी कुछ लोग बहुत धैर्यहीन होकर कर चला रहे हैं जिसमें की वह बार बार लेन बदल रहे हैं, और अपने से आगे कार चलने वालों पर चिल्ला ते हुए जा रहे हैं की उनके सामने से हट जायें। वैसे रोज़ ही ऐसे द्रश्य देखने को मिल ही जाते हैं। सहज रूप से देखा जाए टू आप सिर्फ़ काम पर जा रहे हैं,पूरा दिन गुजारना अभी बाकि है ,ऐसे मैं अगर हम अपना धीरज खो देन,गाड़ी तेज चलायें ,इससे सुबह से ही ब्लड प्रेशर हाई हो जाएगा,तनाव की वजह से होर्मोनेस उत्पन्न होंगे , सुगर का लेवल ज्यादा हो जाएगा ,और पूरा दिन इसका बुरा असर रहेगा मन पर और बाकि ओर्गंस पर.आज सोचा की अगर हम अपनी रोज़ की जिंदगी मैं थोड़े से कुछ परिवर्तन ले आयें टू कितनी ही गंभीर बिमरिओं से बचा जा सकता है !!

Monday, June 2, 2008

नया utsaah




रोज़ के कठिन और व्यस्त जीवन मैं नया उत्साह भरने के लिए दो दिन घर से बाहर एक सुंदर जगह बिताये जहाँ पर सुबह सुबह जल्दी जल्दी तईयार होकर काम पर नही जाना था ,न ही रुके हुए ट्रैफिक से जूझना था.एक दिन बार बार घड़ी नही देखी ,कोई जल्दी नही थी कहीं भी पहुँचने की.सुंदर सूर्योदय और सूर्यास्त के द्रश्य सेखकर मन को बहुत शांति मिली। और फिर मैं तयार हो गई फिर से आने वाले हफ्ते का सामना करने के लिए.

Friday, May 23, 2008

मेडिटेशन या ध्यान लगाना





मेडिटेशन या फिर ध्यान लगाना हजारों साल पहले से चला आ रहा है। अपने मन को शांत करने के लिए ,अपने आप को किसी भी परिस्थिथि मैं शांत रखने के लिए यह एक बहुत अच्छा तरीका है। इसके और भी कई फायदे हैं । जैसे : ब्लड प्रेशर कम होना, ह्रदय रोग में फायदा,अस्थमा मैं फायदा ,जोडों का दर्द बेह्तर होना ,allergy मैं फायदा आदि।



मेडिटेशन का असर मेडिटेशन खत्म करने के बाद भी काफ़ी समय तक रहता है ,पूरा दिन तक.और घबराएँ नही ,यह बिल्कुल कठिन नही हैं .बस आप अपने मन को prepare करें के आप अपनेआप को बदलने के लिए ready हैं.