

आज कार चलाते हुए देखा की ज्यादा ट्रैफिक न होते हुए भी कुछ लोग बहुत धैर्यहीन होकर कर चला रहे हैं जिसमें की वह बार बार लेन बदल रहे हैं, और अपने से आगे कार चलने वालों पर चिल्ला ते हुए जा रहे हैं की उनके सामने से हट जायें। वैसे रोज़ ही ऐसे द्रश्य देखने को मिल ही जाते हैं। सहज रूप से देखा जाए टू आप सिर्फ़ काम पर जा रहे हैं,पूरा दिन गुजारना अभी बाकि है ,ऐसे मैं अगर हम अपना धीरज खो देन,गाड़ी तेज चलायें ,इससे सुबह से ही ब्लड प्रेशर हाई हो जाएगा,तनाव की वजह से होर्मोनेस उत्पन्न होंगे , सुगर का लेवल ज्यादा हो जाएगा ,और पूरा दिन इसका बुरा असर रहेगा मन पर और बाकि ओर्गंस पर.आज सोचा की अगर हम अपनी रोज़ की जिंदगी मैं थोड़े से कुछ परिवर्तन ले आयें टू कितनी ही गंभीर बिमरिओं से बचा जा सकता है !!
2 comments:
आप की पोस्ट पढ़ कर लगा जैसे आप दिल्ली में कार चला रही थीं.
mujhe aapka prose style accha laga....to the point and impactful...:)'Talasho talab mein hai wo lajjat paayee duaa karta hun ki manjil naa aaye!....jeevan mein har chan kuch naa kuch seekhne ka avsar hota hai..aapke blogs padhkar yeh baat bahut spasht ho jaatee hai..
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