जब आप सुबह सो कर उठते हैं ,आपको कैसा लगता है? क्या ऐसा लगता है की अब फिर से एक और दिन गुजारना पड़ेगा ,या फिर इस बात का उत्साह है की वाह कितनी अच्छी सुबह है ,मैं कैसे अपने दिन की शुरुआत करूं की सारा दिन मन मैं खुशी रहे ?
यूँ तो कहा जाता है कि बचपन में जब मैं सुबह उठता था तो बहुत खुश होता था, पर अब की बात कुछ और है। इन्तज़ार रहेगा, कि आप वह खुशी वापस लौटा सकें अपने लेखों से। बहरहाल हिन्दी के चिट्ठों की दुनिया में आपका स्वागत है।
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यूँ तो कहा जाता है कि बचपन में जब मैं सुबह उठता था तो बहुत खुश होता था, पर अब की बात कुछ और है। इन्तज़ार रहेगा, कि आप वह खुशी वापस लौटा सकें अपने लेखों से। बहरहाल हिन्दी के चिट्ठों की दुनिया में आपका स्वागत है।
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